| Genre | Gully Boy | 
| Language | Hindi | 
अब देखो तो हम पास हैं लेकिन
 सोचो कितनी दूरी है
 अब कैसी ये मजबूरी है
 अब सोचो कितनी दूरी है
 अब देखो तो हम पास हैं लेकिन  सोचो कितनी दूरी है
 कैसी ये मजबूरी है
 सोचो कितनी दूरी है 
ये तो सारा 200 टक्का डन है
 जितना काल तेरा मन उतना काल तेरा धन
 वो तफरा शूट करते बोले गन
 ये तरफ़ा करके है चिलम
 वहां पे पेटी-पेटी रम
 वहां पे खेती-खेती गंध
 एक दुनिया में दो दुनिया उजाला एक अँधेरा
 एक सेठ जी और एक चेला
 कहीं तो मोती मेल में कोई जी रहा है अकेला
 कहीं तो लोकल डिब्बे में है रेल पे है रेला
 उनकी सेवा इनकी मेवा 
अब देखो तो हम पास हैं लेकिन
 सोचो कितनी दूरी है
 अब कैसी ये मजबूरी है
 अब सोचो कितनी दूरी है
 अब देखो तो हम पास हैं लेकिन
 सोचो कितनी दूरी है
 कैसी ये मजबूरी है
 सोचो कितनी दूरी है 
घर पे सबके अपने अपने गम हैं
 दीवारे ज्यादा और बोले कमरे यहाँ काम हैं
 सोच में ये वज़न है क्योंकि खाली सब बर्तन है
 मेरा करमा या करम है अब तो तोड़ना ये भरम है 
मुझको सीने से लगा के कुछ नहीं कहती
 मेरी माँ बस रोती मेरी माँ मेरी फौजी
 मेरी माँ मेरी बोली लोरी मत रोना मत रोना
 अब तो होनी अनहोनी अब होनी है अनहोनी माँ 
अब देखो तो हम पास हैं लेकिन
 सोचो कितनी दूरी है
 अब कैसी ये मजबूरी है
 अब सोचो कितनी दूरी है
 अब देखो तो हम पास हैं लेकिन
 सोचो कितनी दूरी है
 कैसी ये मजबूरी है
 सोचो कितनी दूरी है